ईद मिलन में सभी धर्मों के लोग एक मंच पर, दिया भाईचारे का सन्देश
Source: Muslim Rashtriya Manch Date: 18 Jul 2017 16:04:30 |
नूंह (मेवात), जुलाई 18: देश में इन दिनों चल रहे हालात को ध्यान में रखकर समाजसेवी संगठन मिसास और राष्ट्रीय कौमी एकता तंजीम के सौजन्य से शनिवार को डीआरडीए हाल नूंह में ईद मिलन एवं राष्ट्रीय एकता कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में हिन्दू , मुस्लिम , सिख , ईसाई आपस में सब भाई – भाई का पाठ पढ़ाया गया। चारों धर्मों के धर्मगुरुओं के अलावा समाजसेवियों , बुद्धिजीवियों , प्रशासनिक अधिकारियों, के अलावा आरएसएस के नेताओं ने भाग लिया।
मुख्यातिथि के रूप में आरएसएस नेता गिरीस जुयाल ने शिरकत की। पत्रकारवार्ता में गिरीश जुयाल ने जम्मू – कश्मीर के पत्थरबाजों पर नाराजगी जाहिर की। इतना ही नहीं जुनैद हत्याकांड में जो लोग घटना को देख रहे थे। उन पर भी इशारों – इशारों में हमला किया। उन्होंने तो यहां तक कहा कि जम्मू – कश्मीर के युवाओं के सामने दो रास्ते हैं। एक पत्थरबाजी और दूसरा अमरनाथ यात्रियों की बस को चलाने वाला चालक सलीम। अब वहां के युवाओं को सोचना होगा कि कौन सा रास्ता ठीक है।
गिरीश जुयाल ने हाल ही में नूंह जिले में तावडू और बिसरू में हुई घटनाओं को लेकर कहा कि पहचान कर गलत लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। आयोजक याहया करीमी और दीन मोहमद मामलिका ने कहा कि उन्होंने मेवात की अच्छाइयों को दुनिया के सामने लाने के साथ – साथ देश में चल रहे हालातों को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित किया।
दीन मोहमद ने जुनैद के हत्यारे के समर्थन में हुई पंचायत पर निशाना साधते हुए कहा कि इसी तरह का पक्ष लेने से मामला तूल पकड़ता है। कानून अपना काम कर कर रहा है। जुनैद की मौत हुई है और की गई है। यह बात सारी दुनिया के सामने है। मौलाना आजाद फाउंडेशन दिल्ली के वाइस चेयरमैन ताहिर हुसैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो पांच विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी। उस बारे में अल्पसंख्यक मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी से बातचीत हो चुकी है कि एक विश्वविद्यालय नूंह मेवात की धरती पर बनेगा। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय भी नूंह में केंद्र सरकार बनाने जा रही है। गत 7 जुलाई को इस मामले पर मोहर लग चुकी है।
इसके अलावा मौलाना शेर मोहमद अमिनी, फादर अनिल, सरदार जी एस मलिक इत्यादि ने भी लोगों को आपसी भाइचारा मजबूत रखने की अपील करते हुए कहा कि इस देश की खूबसूरती यही है कि यहां सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर रहते हैं।
रसीद एडवोकेट समाजसेवी ने कहा कि राष्ट्रीय एकता कांफ्रेंस में अख़लाक़, जुनेद, पहलू, डिंगरहेड़ी जैसी किसी भी घटना पर दुःख जाहिर नहीं करना गलत है। आयोजकों या वक्ताओं को आजकल के हालात पर भी गलत लोगों की निंदा करनी चाहिए थी।
इस अवसर पर मेवात विकास अभिकरण चेयरमैन खुर्शीद अहमद राजाका, हज कमेटी सदस्य हबीब हवननगर, डीसी मनीराम शर्मा, हाजी नासिर, अय्यूब कुरैशी, डॉक्टर अशफाक, आचार्य जी इत्यादि गणमान्य लोग मौजूद थे।